रोजाना दही खाने से ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा कम, ये है वजह

रोजाना दही खाने से ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा कम, ये है वजह

सेहतराग टीम

कैंसर जैसी बीमारी पहले जहां हजारों में किसी एक को सुनने को मिलती थी वहीं, अब दुनियाभर में कैंसर कॉमन बीमारी जैसी बनती जा रही है। आंकड़ों की बात करें तो महिलाओं में होने वाले सबसे कॉमन कैंसर में से एक है ब्रेस्ट कैंसर। भारत की करीब 25 से 32 प्रतिशत शहरी महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो रही हैं। ऐसे में बीमारी होने के बाद इलाज करवाने से बेहतर है कि हम पहले से ही कुछ प्रिकॉशन्स यानी सावधानियां बरतें। ऐसा ही एक प्रिकॉशन है योगर्ट यानी दही। जी हां, एक नई स्टडी में यह बात सामने आयी है कि रोजाना दही खाने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो सकता है।

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दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया, हानिकारक बैक्टीरिया को हटाता है-

इस नई स्टडी में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि नैचरल योगर्ट यानी दही का अगर डेली बेसिस पर सेवन किया जाए तो महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को काफी हद तक कम किया जा सकता है। अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो ब्रेस्ट कैंसर होने का एक सबसे बड़ा कारण हानिकारक बैक्टीरिया की वजह से ब्रेस्ट में होने वाला इन्फ्लेमेशन यानी सूजन और जलन है। ऐसे में दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया, शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता है।

मां के दूध में मौजूद गुड बैक्टीरिया जैसा ही है दही का बैक्टीरिया-

हालांकि अनुसंधानकर्ताओं का ये दावा अब तक पूरी तरह से साबित नहीं हुआ है लेकिन यह इन सबूतों पर आधारित है कि ब्रेस्ट में बैक्टीरिया की वजह से होने वाली सूजन का संबंध ही कैंसर से होता है। दही में लैक्टोज फर्मेन्टिंग बैक्टीरिया पाया जाता है जो दूध में भी होता है और यह बेहद फायदेमंद होता है। ये बैक्टीरिया बिलकुल वैसा ही बैक्टीरिया या माइक्रोफ्लोरा है जैसा ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के ब्रेस्ट में पाया जाता है।

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खाने में प्रोबायॉटिक्स की मात्रा बढ़ाने से शरीर में बढ़ेंगे गुड बैक्टीरिया-

कई दूसरी स्टडीज में भी यह बात साबित हो चुकी है कि दही या योगर्ट का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है और अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो इसके पीछे की वजह ये है कि प्राकृतिक रूप से तैयार की गई दही में पाया जाने वाला अच्छा और फायदेमंद बैक्टीरिया, हानिकारक बैक्टीरिया को उसकी जगह से हटाने में मदद करता है। खाने में प्रोबायॉटिक्स की मात्रा बढ़ाने से ब्रेस्ट में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं, जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो जाता है। दही में भी प्रोबायॉटिक्स पाए जाते हैं।

क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन की वजह से बढ़ता है कैंसर का खतरा-

आपको जानकर हैरानी होगी कि इंसान के शरीर में करीब 10 अरब बैक्टीरियल सेल्स होते हैं जिनमें से ज्यादातर बैक्टीरिया हमें किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते लेकिन इनमें से कुछ बैक्टीरिया कभी कभार शरीर में टॉक्सिन्स बनाने लगते हैं जिससे शरीर में सूजन और जलन होने लगती है। अगर ये इन्फ्लेमेशन लंबे समय तक शरीर में बनी रहे जिसे क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन भी कहते हैं तो ये शरीर को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। दही में मौजूद नैचरल बैक्टीरिया इसी इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करता है।

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दही के अलावा इन चीजों का भी करें नियमित रूप से सेवन-

दही के अलावा इन चीजों को भी आप डायट में शामिल कर सकते हैं। ये चीजें भी बेहद गुणकारी हैं और ब्रेस्ट कैंसर को कम करने में मदद करती हैं।

हल्दी- करक्यूमिन से भरपूर हल्दी कैंसर सेल्स को बढ़ने और बनने नहीं देती। खासकर ब्रेस्ट, लंग्स और स्कि‍न कैंसर से बचाने में मददगार है हल्दी।

टमाटर- कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि टमाटर में लाइकोपीन पाया जाता है, जो कई तरह के कैंसर को रोकने में फायदेमंद है।

लहसुन- यह कैंसर को बढ़ावा देने वाले तत्वों के असर को कम करता है। लहसुन में मौजूद सल्फर और फ्लेवोनॉल्स कैंसर से बचाव और रोकथाम दोनों के लिए फायदेमंद है।

(साभार- नवभारत टाइम्स)

 

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